जमशेदपुर : विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पीठासीन पदाधिकारी और मतदान पदाधिकारी का प्रशिक्षण कार्यक्रम सिदगोड़ा स्थित वीमेंस यूनिवर्सिटी में बुधवार से शुरू हुआ। इस चार दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हुए जिला निर्वाचन पदाधिकारी अनन्य मित्तल ने सभी प्रशिक्षुओं से प्रशिक्षण के दौरान चुनाव में बरती जाने वाली सावधानियों एवं प्रशिक्षण की गुणवत्ता पर विशेष बल दिया। साथ ही उन्होंने समय-समय पर दिए जाने वाले प्रशिक्षण में अनिवार्य रूप से उपस्थित रहने का निर्देश भी दिया। इस दौरान उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को चुनाव कार्य को सफलतापूर्वक और त्रुटिरहित संपन्न कराने के लिए ईवीएम पर अच्छे से हैंड्स ऑन ट्रेनिंग लेने, मास्टर ट्रेनर द्वारा बताए गए सभी बिंदुओं पर बारिकी से अध्ययन करने एवं उसका अनुपालन करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण जितना बेहतर होगा, मतदान प्रक्रिया का संचालन भी उसी अनुरूप और बेहतर तरीके से कर पायेंगे। जहां कोई शंका हो उसे बार-बार पूछें। मतदान दिवस को बूथ पर पीठासीन व मतदान पदाधिकारी की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है और ऐसे में अपने जिम्मेदारियों को अच्छी तरह से समझें। मतदान कार्य से जुड़े सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को ईवीएम, वीवी पैट के कनेक्शन, संचालन एवं समस्त मतदान प्रक्रियाओं का गहन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान मॉक पोल, मतदान प्रक्रिया आरंभ करने, कंट्रोल यूनिट व वीवीपैट सील करने तथा मतदान प्रक्रिया बंद होने पर दस्तावेजों की पैंकिग सहित सभी पहलुओं की विस्तृत जानकारी दी गई। साथ ही प्रशिक्षणार्थियों को छोटे समूह बनाकर कंट्रोल यूनिट, बैलेट यूनिट और वीवीपैट की जानकारी दी गई। ईवीएम से मतदान कराने की विधिवत प्रक्रिया, मशीन की सीलिंग करने, वोटिंग करने एवं वोटिंग के बाद मशीन के सीलिंग के संबंध में सभी को जानकारी प्रदान की गई। पीठासीन पदाधिकारियों के कार्यों एवं दायित्वों के संबंध में मास्टर ट्रेनर द्वारा विस्तृत जानकारी प्रोजेक्टर द्वारा पीपीटी के माध्यम से दी गई। प्रशिक्षण कोषांग द्वारा प्रशिक्षण में भाग ले रहे पदाधिकारियों को कार्य एवं दायित्व संबंधी मार्गदर्शिका भी उपलब्ध कराया गया। मौके पर पीडी आईटीडीए दीपांकर चौधरी, कार्यपालक दण्डाधिकारी मृत्युंजय कुमार, कार्यपालक पदाधिकारी जिला परिषद डॉ रजनीकांत मिश्रा समेत अन्य भी मौजूद थे।